A native of Chandrapur district. Shunned lucrative IT jobs in big cities & decided to give back to society in his native town.
Expert in Finance Audit
Working in audit more than 18 years
Interested in reading philosophical, political, history areas
Works as finance professional for multi million dollar technology business.Vaishali has been actively involved with multiple non profit organizations in USA New England area. She served as Vice President of New Engalnd Marathi Mandal and currently serving as Secretary on IAGB board. Before that for many years she was a teacher at Indian languages Sunday school-Shishubharti.
Dr vishwas sharad joshi practicing in mumbai since 15 years as family physician and ayurveda consultant.Indulged in several social activities like blood donation camps,eye donation camps, diabetes check up camps,vipassana meditation. Special area of interest in child psycology and mental development .
एस एन डी टी व टी एम व्ही येथे पदव्युत्तर पातळीवर मराठी साहित्याचे १६ वर्षे अध्यापन
तयार करणे, अध्ययन साहित्य लेखन व संपादन करणे इत्यादी अध्यापन क्षेत्रात पुणे व मुंबई येथे कार्यरत.
सध्या टी एम व्ही पुणे येथे पी एच डी ची मार्गदर्शक.
मराठी सुगम मराठी व्याकरण मालेत शब्दरत्न या पुस्तकाचे संपादन.
अन्य ४ पुस्तके प्रकाशित
अध्ययन साहित्याची ८ पुस्तके
संवादसेतू या दिवाळी अंकाची संपादक
तद्भव, आलोचना, प्रतिमान, वाक्, वागर्थ, हंस, अकार इत्यादि पत्र-पत्रिकाओं में आलोचनात्मक निबन्ध व अनुवाद प्रकाशित। कुछेक निबन्ध संस्कृत, उर्दू, उड़िया, अँग्रेज़ी और जर्मन में अनूदित। संवेद' के पचास से अधिक अंकों का सह-सम्पादन। 'वर्तमान सन्दर्भ' के 'स्त्री मुक्ति : यथार्थ और यूटोपिया' विशेषांक का अतिथि सम्पादन। गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति, राजघाट, नयी दिल्ली के हिन्दी-अँग्रेज़ी जर्नल अनासक्ति दर्शन के 'भूदान विशेषांक' का सम्पादन। तीन वर्षों तक साहित्यिक मासिक पत्रिका पाखी में 'अदबी हयात' स्तम्भ लेखन। गांधी दर्शन की मासिक पत्रिका अन्तिम जन का तीन वर्षों तक सम्पादन। 'अभिधा' व 'स्त्री काल' के सम्पादन से सम्बद्ध। नेशनल बुक ट्रस्ट की पत्रिका पुस्तक संस्कृति के सलाहकार रहे। रेडियो और टीवी चैनलों पर विभिन्न कार्यक्रमों में नियमित भागीदारी। राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग, देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों, शोध संस्थानों में नियमित व्याख्यान।
आलोचनात्मक लेखन के लिए विद्यापति सम्मान।
प्रकाशित कृतियाँ
परस्पर: भाषा-साहित्य-आंदोलन,
अथ-साहित्य : पाठ और प्रसंग, संविधान सभा और भाषा विमर्श,
लघु पत्रिका आन्दोलन,
अपूर्णता का सौंदर्य,
सामन्ती ज़माने में भक्ति आन्दोलन; १८५७ : विरासत से जिरह, प्रेमचन्द : सम्पूर्ण बाल साहित्य, गांधीवाद रहे न रहे
एवं
पुरुषार्थ, त्याग और स्वराज
सहित पाँच सम्पादित पुस्तकें।
कुछेक साल सेंट स्टीफेंस कॉलेज, दिल्ली में अध्यापन के बाद फिलहाल राजधानी कॉलेज (दिल्ली विश्वविद्यालय) नयी दिल्ली में अध्यापन।